मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आरएसएस को लेकर टिप्पणी पर पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने दिया कड़ा जवाब
HNS24 NEWS November 20, 2022 0 COMMENTSरायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस को लेकर जो टिप्पणी की उस पर पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी, उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल कांग्रेस की चिंता करें, क्योंकि इस देश में उनकी पार्टी हासिए पर आ चुकी है, सेवा दल तो अब नाम मात्र का भी नहीं बचा है। अगर उन्हें आदिवासी/दलित समाज की इतनी ही चिंता है तो वे अपनी कुर्सी किसी आदिवासी/दलित समाज के व्यक्ति को सौंप दें, क्योंकि उनसे जनता के विकास का काम तो ही भी नहीं पा रहा है और ना ही अधिकारी उनकी सुनते हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस को लेकर टिप्पणी करते हुए यह बयान दिया कि आरएसएस प्रमुख एक ‘वर्ग विशेष’ के लोग ही क्यों बनते हैं.? किसी दलित-आदिवासी को आरएसएस प्रमुख बनाना चाहिए। इतना ही नहीं सेवादल का नकल करके आरएसएस को बनाने की भी बात कही थी। सीएम भूपेश के इस बयान को पूर्व मंत्री ने हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल जी को अगर आदिवासी समाज की इतनी चिंता थी तो देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर एक महिला आदिवासी के नियुक्त होने का समर्थन क्यों नहीं किया..? आदिवासी समाज को मिलने वाला 32% आरक्षण 20% हो जाने से पहले उसे अपना मजबूत पक्ष रखते हुए क्यों नही रोका ?
अग्रवाल ने यह भी कहा कि सीएम की तरह बहुत सारे लोग संघ के ऊपर बिना सोचे समझे टिप्पणी करते हैं। इसलिए छत्तीसगढ़ दौरे पर आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने अपने संबोधन में, आरएसएस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले लोगों पर कटाक्ष करते हुए इशारों में कहा था कि, संघ अगर किसी को समझ ना आए, तो सीधा संघ में आएं, शाखा में बैठकर उसे जाने तब आपको संघ समझ में आएगा। मेरी भूपेश बघेल जी को भी यही सलाह है कि अन्य राज्यों व दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने से जब भी फुरसत मिले तो वह संघ की शाखा में जरूर जाएं। तब वे जान पाएंगे कि आरएसएस आज विश्व का सबसे बड़ा संगठन कैसे बन गया और सेवा दल आज काल कोठरी में क्यों चला गया।
समाज और देश उसी को स्वीकार करता है जिसमें मेवा नहीं सेवा का भाव होता है। मुख्यमंत्री जी को याद दिला दूं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हर दौर में संघर्ष और समर्पण के साथ समाजिक योगदान देता रहा है। इसलिए संघ आज मानवता और समाज सेवा में शिखर पर है। संघ के नाम मात्र से ही कांग्रेसियों की तिलमिलाहट अपने आप में संघ के सक्रियता को बताती है। रही बात सेवादल की सक्रियता की तो उसके मुख्य संगठक ‘लालजी भाई देसाई’ यह बयान देते फिरते है कि ‘सेवादल पहले की तरह सक्रिय नहीं रहा, वह सिर्फ कांग्रेस के कार्यक्रमों के आयोजनों के प्रबंधन तक सीमित रह गया है।‘
भूपेश बघेल जी द्वारा नकल के आरोप का प्रतिकार करते हुए पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, मुख्यमंत्री बघेल आरएसएस पर नकल करने का जो आरोप लगा रहे हैं तो मैं उनको बताना चाहता हूँ कि, कांग्रेस 80 के दशक से ही सेवादल के माध्यम से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा पद्धति की नकल करने का प्रयास कर चुकी है। उस समय संजय गांधी इस नकल के सूत्रधार बने थे और उनका यह नकल का प्रयोग बुरी तरह फ्लॉप सिद्ध हुआ था। सन 2018 में भी कांग्रेस ने आरएसएस के शाखा की नकल करते हुए ही कांग्रेस सेवा दल ने हर महीने के आखिरी रविवार को एक हजार जिलों/शहरों में ‘ध्वज वंदन’ कार्यक्रम के तहत ‘शाखा’ आयोजित करने का फैसला लिया था। बहुत ही लम्बे समय से निष्क्रियता की काल – कोठरी में बैठे कांग्रेस सेवादल ने अभी इसी साल संघ की नकल करते हुए ‘प्रचारक’ की तरह अपने ‘विचारक’ तैयार करने की असफल कोशिश की। मुख्यमंत्री , संघ की शाखा में जाईए आपकी स्मरण शक्ति भी मजबूत होगी, संघ के स्वयंसेवक की तरह शायद आप में भी राष्ट्र औऱ समाज के प्रति कर्तव्य बोध जाग जाए और छत्तीसगढ़ की जनता के लिए कुछ भले काम कर पाएंगे।