रायपुर। छत्तीसगढ़ में निचले स्तर का प्रशासनिक भ्रष्टाचार सरकार की नजर में चढ़ गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश भर के कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियाें को इन पर कार्रवाई के लिए कहा है। उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा शिकायत थाने स्तर पर, जनपद पंचायत, पटवारी और बिजली में निचले स्तर पर आ रही हैं। इन पर नियंत्रण कर कड़ी कार्रवाई करें ताकि आम जनता के काम समय पर पूरा हो सके।
कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी रोकने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, कर्मचारियों के समय पर ना पहुंचने की शिकायत आ रही है। संभाग आयुक्त इसका निरीक्षण करें और सख्ती बरतें। स्वामी आत्मानंद स्कूल की भर्ती को पूरा करें। इसमें शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में लाटरी सिस्टम का सख्ती से पालन करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने धान खरीदी की तैयारियों और प्रबंधन पर भी बात की। उन्होंने कहा, कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करना है कि दूसरे राज्यों से धान की आवक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, अब धान की कटाई शुरू होगी।
एजेंडे वाइस की गई समीक्षा
कलेक्टर कांफ्रेंस खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री ने कौन से जिले का कार्य यााओं के क्रियान्वयन में अच्छा रहा इस सवाल पर कहा कि जिले वाइस समीक्षा नहीं किया गया। पूरी समीक्षा एजेंडे वाइस रही। कई जिलों ने अच्छा कार्य किया इससे अन्य अधिकारी प्रोत्साहित होकर अच्छा कार्य करने प्रेरित होंगे।
भाजपा अपना स्टैंड क्लियर करे
आरक्षण के मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार संविधान के तहत सभी वर्ग के लोगों को लाभ मिले इसकी पक्षधर आदिवासी आरक्षण को लेकर पूर्व वर्ती सरकार की गलती से हाईकोर्ट में मामला खारिज हो गया। अब राज्य सरकार अपना पक्ष रखने सुप्रीम कोर्ट गई है। उन्होंने कहा कि सभी वर्गाें को आबादी के अनुसार आरक्षण मिले इसका प्रयास होना चाहिए। भाजपा इस मामले में अपना स्टैड स्पष्ट करें।
मंदी में दुनिया को राह दिखा सकता है छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आज दुनिया में मंदी का असर है, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ पूरी दुनिया को नई राह दिखा सकता है , इसमें गोठान, रुरल इंडस्ट्रियल पार्क, गोधन न्याय योजना का महत्वपूर्ण योगदान होगा। राजीव युवा मितान क्लब से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की आवश्यकता है। जहां पर्यटन की संभावना है वहां मितान क्लब के युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया जाए।