जनजातीय वीरों की गाथा से भरा है आजादी आंदोलन का इतिहासः प्रहलाद् सिंह पटेल
HNS24 NEWS September 11, 2022 0 COMMENTSबिलासपुर। देश को आजादी दिलाने में, देश की संस्कृति को बचाने में और देश के लिए अपना सर्वस्व लुटाने में देश के जनजातीय समाज का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जनजातीय समाज के हजारों लोगों ने एक साथ अपने प्राणों की आहुति देकर देश की आजादी का मार्ग प्रशस्त किया। भगवान बिरसा मुंडा, वीर नारायण सिंह, गुंडाधुर, तिलका मांझी जैसे अनगिनत बलिदान इसके जीवंत उदाहरण हैं। उक्त उद्गार भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग व अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित स्वतंत्रता संग्राम में जनजाति नायकों का योगदान विषयक प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में सिर्फ चुनिंदा स्वतंत्रता सेनानियों के महत्व को रेखांकित किया गया है लेकिन ऐसे ही कार्य करने वाले असंख्य बलिदानियों के योगदान को अभी भी सामने लाने की आवश्यकता है। इस दिशा में भारत सरकार तत्परता से कार्य कर रही है। भारत सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जी की जन्म-जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की गई है। ऐसे ही जनजातीय समाज के स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को रेखांकित करने के लिए प्रदर्शनी लगाई है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के आंदोलन का इतिहास जनजातीय समाज के वीरों की गाथाओं से भरा हुआ है।
राज्यमंत्री ने अपने संस्कृति मंत्रालय के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले सेनानियों के प्रति बहुत सजग हैं। वे इस बात के लिए तत्परता से कार्य कर रहे हैं कि सभी बलिदानियों के कृतित्व को याद रखा जाए। राज्यमंत्री ने कहा कि देश कमलापति, रानी चेन्नमा जैसे बलिदानियों को सदैव याद रखने की आवश्यकता है। उन्होंने महाराणा प्रताप का उदाहरण देते हुए कहा कि महाराणा को मुगलों से लोहा लेने में भील समाज के लोगों का महत्वपूर्ण साथ मिला।
इसके अलावा राज्यमंत्री ने जनजातीय समाज की खूबियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज दुनिया जिस सस्टनेबल विकास की बात कर रही है इस पर जनजातीय समाज अनादि काल से कार्य कर रहा है। जनजातीय समाज के लोगों द्वारा किसी भी प्रकार से प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाया जाता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में जनजातीय समाज के लोगों प्रकृति प्रेम के कारण शुरू से ही कार्य करते रहे हैं।
इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकरनाथ वाजपेयी ने राज्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने अपने संबोधन में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को रेखांकित किया। वहीं कार्यक्रम जनजातीय आयोग की ओर से रविशंकर, जनजातीय कल्याण आश्रम के सत्येंद्र सिंह, वैभव सुरंगी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति आयोग की ओर से जनजातीय समाज पर केंद्रित डाक्यूमेंट्री का प्रसारण किया गया। वहीं आयोग की कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी गई। लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का जबाव भी दिया गया।
*जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश, योजना की विस्तार से की समीक्षा*
भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शुक्रवार को बिलासपुर जिले में संचालित जल जीवन मिशन के कार्यों में प्रगति की समीक्षा की। पटेल ने जल जीवन मिशन के कार्यों में पूरी गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर सौरभ कुमार, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयश्री जैन सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री पटेल ने जल जीवन मिशन योजना की विकासखण्डवार कार्यों के अद्यतन स्थिति की जानकारी लेते हुए मैदानी स्तर पर योजना का क्रियान्वन तेजी से करने कहा। उन्होंने डीपीआर बनाने से लेकर कार्य आदेश जारी करने तक की प्रकिया की बारीकी से जानकारी ली। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत वर्ष 2024 तक जिले के 483 ग्राम पंचायतों के 668 गांवों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि जिले के अंतर्गत 2 लाख 49 हजार 304 ग्रामीण घर है, इनमें से 67 हजार 69 परिवारों को जल जीवन मिशन के माध्यम से पेयजल प्रदाय हो रहा है। मल्टी विलेज योजना के तहत चार योजनाएं जिले में संचालित है। केंद्रीय राज्य मंत्री पटेल ने टेस्टिंग लैब की भी जानकारी ली। उन्होंने पानी समितियां गठित करने कहा। इसके साथ ही सभी अपूर्ण कार्यों के लिए जल्द ही कार्य आदेश जारी करते हुए समय-सीमा में कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जायें।
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