कांग्रेस संगठन चुनाव में डीआरओ पर लेनदेन का आरोप, पांच जिलों से मिली शिकायत
HNS24 NEWS August 4, 2022 0 COMMENTSरायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन चुनाव में जिला और ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों के दौरे के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। चुनाव अधिकारियों पर लेनदेन और धमकाने के आरोप लग रहे हैं। पीसीसी से की गई शिकायत में पांच जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन चुनाव में शिकायतों के बाद अब प्रदेश निर्वाचन अधिकारी हुसैन दलवाई को इस मामले में निर्णय लेना है। अब तक कोई निर्णय न लेने से बीआरओ में रोष है।
कांग्रेस संगठन चुनाव को लेकर यह जानकारी सामने आई है कि जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों से समन्वय बनाए बगैर ब्लॉक अध्यक्षों के नामों की अनुसंशा की जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी इन पर ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों को हस्ताक्षर करने दबाव डाल रहे हैं। हस्ताक्षर करने से मना करने पर उन्हें धमकी दी जा रही है। पांच जिलों निर्वाचन अधिकारियों के संबंध में शिकायत की गई है। जिन निर्वाचन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत हुई है, उनमें डीआरओ रायपुर लल्लन कुमार, डीआरओ दंतेवाड़ा बैजनाथ शर्मा, डीआरओ महासमुंद जयकरण वर्मा, डीआरओ धमतरी सरिता पटेल और डीआरओ बलौदाबाजार मनिंद्र मिश्रा का नाम शामिल है। उन पर आरोप है कि मनमाने तरीके से जिलों में बैठक लेकर सूची तैयार कर बीआरओ पर दबाव डाल रहे हैं।
विधायक और बीआरओ को नहीं दी जानकारी
बताया जाता है कि डीआरओ ने बीआरओ की जानकारी के बिना ही चुनाव की औपचारिकता पूरी कर दी है। अध्यक्ष के नाम की अनुसंशा कर प्रदेश चुनाव अधिकारी को भेज दिया है। इसके एवज में लेनदेन कर मामला सेट कर लिया है। वहीं क्षेत्र के विधायकों और स्थानीय पदाधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई। यही वजह है कि अब डीआरओ के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है।
मामला सुलझाने का प्रयास
प्रदेश निर्वाचन अधिकारी हुसैन दलवाई संगठन चुनाव को लेकर प्रदेश के दौरे पर हैं। वे बस्तर संभाग में संगठन चुनाव के संबंध में जानकारी लेकर लौटे हैं। बुधवार को रायपुर में इन शिकायतों के मद्देनजर एक बैठक के दौरान जानकारी आई है, लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हो पाया है। निर्वाचन अधिकारी अभी इस पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेश निर्वाचन अधिकारी द्वारा इन शिकायतों का निराकरण नहीं किए जाने पर मामले को दिल्ली ले जाने की तैयारी की जा रही है।