November 23, 2024
  • 11:18 pm कृषि अनुसांधान केन्द्र किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़ते हुए उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगा-उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
  • 11:10 pm छत्तीसगढ़ में शुरू होगी ‘‘मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस फेलो योजना’’ *गुड गवर्नेंस रीजनल कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री साय ने की घोषणा* *छत्तीसगढ़ के मूलनिवासी छात्रों के लिए पब्लिक पॉलिसी एण्ड गवर्नेस में मास्टर पाठ्यक्रम होगा शुरू
  • 5:07 pm मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 23 नवम्बर को बिलासपुर में 143 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण
  • 1:16 pm सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल

रायपुर।छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा दे दिया है। बताया जाता है कि मनरेगा कर्मियों हड़ताल के दौरान 21 एपीओ की बर्खास्तगी को लेकर वे अड़े हुए थे। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने पंचायत विभाग से अपने को अलग कर लिया है।

कुछ समय पहले मनरेगा कर्मियों ने नियमितिकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर दिया था। हड़ताल के कारण तीन माह तक काम बंद रहा, इसके कारण 12 सौ करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ था। पंचायत विभाग ने इस मामले में 21 संविदा सहायक परियोजना अधिकारियों को बर्खास्त कर नियमित लोगों को कार्यभार दे दिया था। विरोध में 12 हजार से अधिक मनरेगा कर्मियों ने इस्तीफा दे दिया था। हड़ताली कर्मियों से उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा तिलने से पहुंचे थे तो उनसे 21 बर्खास्त कर्मियों की बर्खास्तगी के आदेश को वापस लेने पर हड़ताल खत्म करने की घोषणा की थी। हड़ताल खत्म होने के बाद हाल ही में 21 एपीओ को बहाल कर दिया गया। पंचायत मंत्री इसके खिलाफ थे। वहीं पेसा एक्ट को लेकर मुख्यमंत्री से असहमति को भी उनके इस्तीफे से जोड़कर देखा जा रहा है।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT