November 23, 2024
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रायपुर, 27 फरवरी 2022/राज्य में टारगेटिंग राईस फेलो एरिया दलहन योजना के तहत 62 करोड़ रूपए का बीज खरीदने और बांटने की बात पूरी तरह से असत्य एवं भ्रामक है। कृषि संचालक  यशवंत कुमार ने बताया कि उक्त योजना के तहत राज्य में 22 हजार एक हेक्टेयर में दलहन फसलों का प्रदर्शन कार्यक्रम लिया जा रहा है, जिसके लिए प्रति हेक्टेयर 20 किलो के मान से कुल 4420 क्विंटल बीज की आवश्यकता है। आवश्यक बीज की आपूर्ति छत्तीसगढ़ बीज एवं कृषि विकास निगम तथा राष्ट्रीय बीज निगम के माध्यम से किए जाने का प्रावधान है। योजना के तहत दलहन फसल प्रदर्शन के लिए बीज क्रय पर मात्र

3 करोड़ 96 लाख एक हजार 800 रूपए ही व्यय होंगे। राज्य शासन के मंशा अनुरूप गर्मी के मौसम में धान की खेती को कम करने के लिए अन्य फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में अभी उड़द और मूंग की बोनी, फसल प्रदर्शन और बीज वितरण जारी है।

कृषि संचालक ने बताया कि योजना के तहत स्वीकृत शेष राशि फसल प्रदर्शन के लिए चयनित किसानों सहित अन्य किसानों को कृषि आदान सामग्री, कृषि यंत्र वितरण, सिंचाई क्षेत्र विस्तार, प्रशिक्षण, वर्मी कम्पोस्ट वितरण एवं योजना के अन्य घटकों के लक्ष्य पूर्ति पर व्यय होगी।

कृषि संचालक ने बताया कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य को टारगेटिंग राईस फेलो एरिया दलहन योजना के अंतर्गत 15 फरवरी 2022 को 36 करोड़ 72 हजार रूपए की अतिरिक्त प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त प्रशासकीय स्वीकृति में 19.80 करोड़ रूपए दलहनी फसल मूंग एवं उड़द के 22 हजार एक हेक्टेयर के प्रदर्शन पर व्यय की जाएगी। फसल प्रदर्शन के अतिरिक्त राज्य में दलहनी फसलों की खेती करने वाले कृषकों को प्रमाणित बीज वितरण पर एक करोड़ 98 लाख रूपए तथा 50 प्रतिशत अनुदान सहायता पर सूक्ष्म तत्व जैव उर्वरक एवं पौध संरक्षण दवा वितरण पर 5.72 करोड़ रूपए व्यय किए जाने का प्रावधान है। योजना के तहत राज्य में उन्नत कृषि यंत्र वितरण पर 3.05 करोड़ रूपए तथा सिंचाई क्षेत्र विस्तार हेतु स्प्रिंकलर पाईप वितरण पर 74.50 लाख रूपए, कृषकों के प्रशिक्षण पर 44.49 लाख रूपए तथा चेकडेम आदि के निर्माण 4.52 करोड़ रूपए व्यय होंगे।

HNS24 NEWS

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