November 22, 2024
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रायपुर। बेरोजगारी को लेकर प्रदेश में सियासत एक बार फिर तेज हो गई है। पहले डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट पर बेरोजगारी को लेकर प्रदेश सरकार के दावों को झूठा करार दिया था। कृषिमंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार करते हुए कहा, तीन साल की इस हुकूमत में डेढ़ से दो साल कोरोना में निकल गया। पूरे हिंदुस्तान ने देखा कि कितने लोगों की रोजी-रोटी देश में छिन ली गई। पिछले कोरोना में रोजगार के अभाव में कितने पलायन हुए और घर वापसी के दौरान कितने मजदूरों की सड़कों में मौत हुई, लेकिन दुर्भाग्य कि भाजपा के किसी नेता ने इस पर कोई बात नहीं कही। उन्होंने कहा, रमन सिंह ने जो ट्वीट किया वो खुद ही वापस ले लिया है। वो सरकार के काम से खुद संतुष्ट हो गए हैं। इधर, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा, कांग्रेस सरकार में नवयुवकों को ठगा जा रहा है। सरकार के आंकड़े झुठे और दावे किताबी हैं।
कृषिमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री के रोजगार के अभाव में जो मौतें हुई, उसके बारे में एक शब्द भी सहानुभूति के देश ने नहीं सुना। उसके बाद भी छत्तीसगढ़ के रोजगार के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट किया था। कोई टिप्पणी की थी वही लगातार बहस का मुद्दा बना। केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज घोषणा की थी, लेकिन 20 पैसा नहीं आया है। पिछली सरकार के 5 मंत्री टेक्सास गए थे। वहां से लौटकर इन्वेस्टर मीट किया। पौने 4 लाख करोड़ के एमओयू हुए, लेकिन पौने चार रुपए का निवेश नहीं आया। ताजे आंकड़ों में छत्तीसगढ में बेरोजगारी दर 2.9 प्रतिशत है। जबकि देश में 7.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर है। 15 साल डॉ. रमन सिंह आउटसोर्सिंग करते रहे। उनकी सरकार लोगों को नौकरी देने में असमर्थ थी।
भर्ती के आंकड़े भी रखे
उन्होंने कहा कि छग में हमारी सरकार ने कोरोनाकाल में लोगों को रोजगार दिया। कोरोनाकाल में छग में 3700 अनुकंपा नियुक्ति दी गई। व्यापमं के माध्यम से 1000 से ज्यादा भर्तियां, चंदूलाल मेडिकल कॉलेज में एक हजार, बस्तर फाइटर्स में 8200 पदों पर भर्तियां निकाली गई। 172 स्वामी आत्मानन्द स्कूल में भर्तियां हुई। दो लाख 50 हजार संविदा पदों में प्लेसमेंट के माध्यम से भर्तियां हुई।
भाजपा शासनकाल में कम रही बेरोजगारी दर
इधर, कांग्रेस के हमलों पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे और कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भाजपा सरकार के समय बेरोजगारी का आंकड़ा 22 प्रतिशत बताया है। उनकी बुद्धि पर मुझे तरस आता है। भाजपा शासन के जनवरी माह में वर्ष 2016 में 3.4, 2017 में 4.1 और 2018 में 2.67 प्रतिशत बेरोजगारी दर रहा। कांग्रेस शासन के तीन वर्षाें में जनवरी 2019 में 3.9, 2020 में 3.7 और 2021 में 6.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर रही। सरकार पांच लाख लोगों को रोजगार देने का दावा कर नवयुवकों को ठग रही है। उन्होंने कहा, तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है। तुम्हारे आंकड़े झूठे हैं, ये दावे किताबी हैं। कांग्रेस सरकार ने जन घोषणापत्र में वादे किए, उन्हें पूरा नहीं कर पा रही है। शराबबंदी के वादे पर अब पंचायतों के माध्यम से प्रस्ताव पारित कराकर वादे से मुकरने का प्रयास कर रही है।

HNS24 NEWS

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