November 22, 2024
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रायपुर : युद्धवीर सिंह जूदेव की अंतिम में उमड़े लोग, स्व युद्धवीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान साथ किया गया।

वहीं उनके अंतिम यात्रा में सांसद रेणुका सिंह और भाजपा और कांग्रेस के कई नेता पहुंचे हुए थे। कांग्रेस के मंत्री अमरजीत भगत, विधायक विनय भगत, विधायक यूडी मिंज, पूर्वमंत्री ननकी राम कंवर और राजपरिवार के सभी सदस्य मौजूद थे। इसके अलावे प्रदेश के कोने कोने और जिले भर के लोग शवयात्रा में शामिल हुए । स्व युद्धवीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से हुआ ।
वहीं रायगढ़ से ओपी चौधरी,सत्यानंद राठिया,गोकुल पटनायक,गुरपाल भल्ला,श्रीकांत सोमावार,जगन्नाथ पाणिग्रही,आशीष ताम्रकार,रवि भगत,महेश साहू,विकास केडिया,पवन शर्मा,अंशु टुटेजा,प्रवीण द्विवेदी,अभिषेक शर्मा,अजित शर्मा,निकुंज शर्मा, युद्धवीर सिंह जूदेव के जिला प्रतिनिधि दिनेश यादव (दिनु) उनके अंतिं यात्रा में शामिल हुए।

पूर्व विधायक दिवंगत युद्धवीर सिंह जूदेव की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है उनकी अंतिम यात्रा विजय विहार पैलेस से 11.30 बजे निकाली गई। और उनकी अंतिम यात्रा को विजय विहार पैलेस से कुछ दूरी तक लोग कंधे पर लेकर गये जिसके बाद फूलों से सजी वाहन में उनका पार्थिव देह रख कर अंतिम यात्रा मुक्ति धाम के लिए रवाना हुई। वाहन में धरमलाल कौशिक, विष्णुदेव साय, बृजमोहन अग्रवाल, ओपी चौधरी, बिलासपुर सांसद लखन लाल साहू, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, रणवीर सिंह जूदेव, शौर्य प्रताप सिंह बैठे हैं। युद्धवीर सिंह जूदेव की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब पड़ा है लोगो अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई दे रहे हैं। लोग उनके एक झलक देखने को आतुर दिखे। लोग जय जूदेव के नारे के साथ उनको श्रद्धांजलि दी रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार बांकी नदी के तट पर किया गया।
अंतिम यात्रा जैसे ही महल से निकली राजपरिवार की महिलाओं का जो रोते बिलखते का जो दृश्य था वो सभी को भावविहीन कर दिया। धीरे धीरे अंतिम यात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए आगे बढ़ती गई इस दौरान छतों से, रोड़ किनारे से महिला बच्चे, स्कूली बच्चे, जूदेव की एक झलक पाने काफी बेचैन थे जैसे ही अंतिम यात्रा उनके पास पहुंची सभी ने हाथ जोड़ कर उन्हे प्रणाम किया और अंतिम विदाई दी। अंतिम यात्रा के पीछे जशपुर, रायगढ़, जांजगीर और आसपास के दर्जनों गांवों से आदिवासी और अन्य समाज के लोग बहुत ही उदास मन शव यात्रा के पीछे हाथ जोड़कर चल रहे थे। युवाओं की तदात भी सैकड़ों की संख्या में थी। जय देव.. जय जूदेव के नारे से आसमान गुंजायमान हो गया। राजा नहीं फकीर है छत्तीसगढ़ का वीर है जब तक सूरज चांद रहेगा जूदेव तेरा नाम रहेगा के नारे लगातार गुंजायमान हो रहे थे। पूरा जशपुर शहर आज तीसरे दिन भी बंद था बाजारों में बस स्टैंड से लेकर सहित सभी प्रमुख जगह सन्नाटा पसरा हुआ था हर घर से परिवार का सदस्य इस अंतिम यात्रा में शामिल था। 6 किलो मीटर लंबी शव यात्रा में 2 सौ से अधिक कारों का काफिला, 3 सौ से अधिक मोटर बाइक में शामिल लोग धीरे धीरे अपने गंतब्य मार्ग तक पहुंच रहे थे। इसी बीच अचानक मौसम का मिजाज भी बारिश के रूप में आसमान भी रो पड़ा। उल्लेखनीय है कि जब स्व. दिलीप सिंह जूदेव का अंतिम यात्रा निकली थी उस समय भी इसी समय अचानक बारिश हुई थी। पूरा दृश्य देख कर ऐसा लग रहा था कि जशपुर पूरी तरह सुनसान हो गया है औऱ जशपुर का कोई रखवाला नहीं बचा है हर आंखे नम थी हर चेहरे पर एक पीड़ा दिख रही थी।

HNS24 NEWS

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