November 23, 2024
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रायपुर 05 अगस्त 2021/ ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के बेमिसाल उदाहरण के रूप में रायपुर जिले के कल्पतरु यूटिलिटी सेंटर सेरीखेड़ी ने अपनी ख्याति सर्वत्र बिखेर रहा है। यह विभिन्न विभागों के समन्वय से यहां करीब 40 से अधिक आर्थिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। इनसे करीब 4 सौ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मयंक चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में इस सेंटर में बदलते समय के अनुकूल अनेक आर्थिक गतिविधियों को शुरू किया गया है।

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस सेंटर में विभिन्न विभागों के समन्वय से कई नवीन गतिविधियों को प्रारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि इस सेंटर में विभिन्न प्रकार के आय उपार्जक गतिविधियों के लिए पृथक से वर्किंग शेड का निर्माण पंचायत एवं विभागीय समन्वय जैसे मनरेगा, एस.बी.एम. योजना के सहयोग से कराया गया है। ग्रामीण महिलाओं के लिए जो आय उपार्जक कार्य करना चाहती है। उनके प्रशिक्षण हेतु पृथक से भवन तैयार किया गया है। जहां एन.आर.एल.एम एवं विभागीय प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाता है, जिसमें रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में समूहों के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान कर उनका कौशल उन्नयन किया जाता है तथा उनका भ्रमण कराया जा रहा है।

सैनिटरी नैपकीन की पैकेजिंग यूनिट का कार्य प्रारंभ

इस सेंटर में स्वास्थ्य विभाग से समन्वय से सैनिटरी नैपकीन की पैकेजिंग यूनिट का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सैनेटरी नैपकीन को स्थानीय हाट बाजारों, महिला समूहों की सदस्यों के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग आदि को विक्रय किया जायेगा।

महिलाओं को गोदना आर्ट पर प्रशिक्षण अगले सप्ताह से प्रारंभ होगा

हथकरघा प्रशिक्षण का कार्य भी शीघ्र प्रारंभ किया जायेगा। हस्तशिल्प बोर्ड विभाग के माध्यम से समूह की महिलाओं को गोदना आर्ट पर प्रशिक्षण आगामी सप्ताह तक प्रारंभ किया जायेगा।

बीजों एवं गोबर से बनी रंग-बिरंगी और फैंसी राखियांे का निर्माण

ग्राम संगठन की महिलाओं द्वारा बीजों एवं गोबर से बनी रंग-बिरंगी और फैंसी राखियांे का निर्माण किया जा रहा है। जिसे बिहान के विभिन्न विक्रय केन्द्रों जैसे अंबुजा मॉल, मैग्नेटो मॉल, इन्द्रावती भवन कैंटिन, ग्रामीण हाट बाजार आदि के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है।
शासकीय विद्यालयों के बच्चों की यूनिफॉर्म सिलाई का आर्डर प्राप्त

लाईवलीहुड कॉलेज के समन्वय से यह कौशल विकास योजना अंतर्गत सिलाई प्रशिक्षण बैच प्रारंभ किया गया है। जिससे सेरखेड़ी ग्राम की 35 महिलाओं को सिलाई क्षेत्र में पारंगत होने का अवसर प्राप्त होगा एवं महिलाएं स्वरोजगार की तरफ अग्रसर होगी। यहां की महिलाओं को शासकीय विद्यालयों के बच्चों की यूनिफॉर्म सिलाई का आर्डर भी प्राप्त हुआ है।

6 टैंकों माध्यम से रंगीन मछली का उत्पादन एवं विक्रय

कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में यहां 6 टैंकों माध्यम से रंगीन मछली का उत्पादन एवं विक्रय किया जायेगा। सेरीखेड़ी में निर्मित विभिन्न उत्पाद जैसे साबुन, कूकीज, फिनाईल, मास्क, सैनिटाईजर इत्यादि का विक्रय छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड के रूप में विभिन्न संजीवनी विक्रय केन्द्रों के माध्यम से किया जायेगा। सेंटर द्वारा बेकरी, मशरूम,हर्बल साबुन, अगरबत्ती, मोती ,हर्बल गुलाल, दोना पत्तल, कुकीज, केक, मास्क, एलइडी बल्ब, गोबर म्यूरल आर्ट, गोबर के गमले ,गोबर के फेसपैक, गोबर के उबटन, चायपत्ती ,सैनिटाइजर ,लिक्विड हैंड वॉश, फिनाइल, फेसवास मोमबत्ती, सजावटी सामान ,पेपर बैग ,जूट बैग चप्पल, सीमेंट पोल, हर्बल टी, नर्सरी एवं अन्य आय अर्जन गतिविधियों का सुचारू रूप से संचालन किया जा रहा है।

इस सेंटर में तैयार होने वाले साबुन, मोमबत्ती आदि उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है तथा पूरे देश में ‘ बिहरा ’ ब्रांड अपनी अलग पहचान बना रहा है। उत्पादों की गुणवत्ता को अधिक बेहतर और बाजार के अनुरूप बनाकर इनकी मांग लगातार बनाये रखने के लिए अलग-अलग व्यापारियों के साथ एमओयू किया गया है।

सेंटर के अंदर नन्हें बच्चों के लिए मॉडल आंगनबाड़ी

सेंटर में कार्य करने वाली महिलाओं के बच्चों के लिए अलग से मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण भी कराया गया है। व्यापारियों द्वारा सेंटर में कार्य करने वाली महिलाओं को उनकी मेहनत के बदले बाजार दर की तुलना में बेहतर राशि के भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

25 नवंबर 2019 से प्रारंभ इस सेंटर में कार्य करने वाली गरीब व जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर 84 लाख 25 हजार का भुगतान किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में सेंटर का टर्न ओवर 1 करोड 85 लाख 25 हजाऱ रूपये हो गया है।

क्रमांक/08- 26 /कोसरिया

HNS24 NEWS

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