November 22, 2024
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रायपुर : छत्तीसगढ़ दिनांक 28 जुलाई 2021। अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने कहा एक तरफ तो कोरोनावायरस दूसरे लहर ने पूरे देश और दुनिया में तबाही मचा दिया ऐसे समय में अपनी जान की बाजी लगाकर ऐसे बुरे समय मे अगर सबसे बड़ा योगदान किसी ने दिया है तो वह कोई और नहीं कोरोना योद्धा कोविड-19 कर्मचारी रहे हैं। चाहे वह डॉक्टर हो, नर्स हो, टेक्नीशियन हो, पुलिस हो या फिर सफाई कर्मचारी। इसी के अंतर्गत कोविड-19 से लड़ने के लिए सरकार ने अस्थाई रूप से कोविड-19 के कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी लेकिन जैसे ही कोरोना का प्रभाव कम हुआ अब इन कर्मचारियों को सरकार ने ठेंगा दिखा दिया। इनके साथ यूज एंड थ्रो की पॉलिसी अपनाई गई है। अब यह अस्थाई कर्मचारी ठगे से महसूस कर रहे हैं । उनका भविष्य अंधकार में हो गया है। इसी मुद्दे को लेकर आज अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के नेतृत्व में कोविड 19 अस्थाई कर्मचारियों ने पीपीई किट पहनकर बारिश में भीगते हुए अनोखा प्रदर्शन किए और मुख्यमंत्री निवास घेराव करने निकल पड़े जहां आगे चलकर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक लिया और बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया जिससे धक्का-मुक्की पर अविनाश साहू के पैर में गहरी चोट आई।

इस अवसर पर नज़ीब अशरफ़ ने कहा एक तरफ तो सरकार बेरोजगारों को रोजगार नहीं दे पा रही है वहीं कम से कम कोरोना की बीमारी से लड़ने वाले अस्थाई कर्मचारियों को तो स्थाई काम देवे और न्याय दें। वैसे भी भविष्य में हर कदम पर इन कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी। सरकार ने बुरे वक्त में इन कर्मचारियों से काम लिया लेकिन जैसे ही उनका काम पूरा हुआ वह अपना मुंह फेर कर बैठ गए हैं । यह छत्तीसगढ़ के कोविड-19 के अस्थाई कर्मचारियों के साथ धोखा और विश्वासघात है।प्रमुख 5 मांग इस प्रकार से है..

1 . हमें कार्य पर निरंतर रखा जाए, एवं कोविड-19 में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारियों को वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए पीएचसी, सीएचसी, जिला चिकित्सालयो एवम प्रदेश की किसी भी चिकित्सालयो में रोजगार देने की व्यवस्था की जाए

2. कोविड अंतर्गत कार्यरत सभी स्टाफ को स्वास्थ्य विभाग की भर्तीयों में प्राथमिकता प्रदान किया जावें।

3. अगर हम कोरोना संक्रमित होते हैं व हमारे परिवार के सदस्य तो हमारे इलाज की पूरी जिम्मेदारी सरकार की होनी चाहिए (शासकीय एवं निजी अस्पताल में निशुल्क इलाज होने की व्यवस्था) साथ ही साथ अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बेड आरक्षित होनी चाहिए ताकि बिना किसी विलंब के उनका उपचार हो।

4. कोई भी अनियमित कोविड-19 कर्मचारी कोरोना से मृत्यु हुई होती है तो उसके परिजनों को कम से कम 50 लाख रुपये का मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिया जाए ।

5. सभी अस्थाई कोविड-19 कर्मचारियों की वेतन में वृद्धि की जाए उनके साथ-साथ प्रोत्साहन राशि भी दिया जाए व वेतन को समय पर भुगतान किया जाए.

प्रदीप साहू ने कहा अस्थाई रूप से कोविड-19 के कर्मचारियों के 5 सूत्रीय मांगों को जल्द ही पूरा नहीं करने पर जन आंदोलन करने की चेतावनी दी है। कोविड-19 अस्थाई कर्मचारियों के 5 सूत्री मांगों में से प्रमुख मांग कोविड 19 के अस्थाई कर्मचारियों को निरंतर काम में रखा जावे।

आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अजित जोगी छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष-तरुण सोनी,जिलाध्यक्ष-अविनाश साहू,राजा राज बंजारे,योगेंद्र देवांगन,अंतू इंदुलकर रोहित नायक ,नावेद कुरैशी, अजय सेन,आशीष कुमार,मनीष धीवर, सोनू गुप्ता,अजय चंद्राकर,सुभाष साहू ,अजमत सिद्दीकी, खुमान बारले, कौशल गंजीर, मिथलेश रात्रे, राहुल ,भूपेंद्र साहू,सरिता साहू,खेमिन धृतलहरे, अनिता यादव आदि उपस्थित थे।

HNS24 NEWS

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