November 22, 2024
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  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
  • 12:37 pm सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
  • 6:28 am मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म
  • 7:40 pm सुरक्षा बल का हिस्सा बनकर होता है गर्व: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बोली महिला कांस्टेबल

अरुण गुप्ता 06264644793

जिले का नाम सीधी है लेकिन सरकारी काम बहुत टेढ़ा है शिकवा शिकायत और राजनीति प्रशासन पर भी भारी पड़ जाती है कोरोना महामारी ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है जहां लोगों के घर में खाने तक के लाले पड़ गए हैं वही उन्हीं घर के कर्मचारी कोरोना मरीजों की सेवा इसलिए दिन रात किए थे कि समय पर हमें पेमेंट मिल जाएगा और हमारा घर परिवार चल जाएगा तथा हमें आगे के लिए शासन के द्वारा रखा जाएगा जिससे दो वक्त की रोटी नसीब हो जाएगी लेकिन यहां प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां कोरोना योद्धाओं की रिनुअल लिस्ट अधर में लटक गई है जो कोविड-19 के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर दिन रात कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों की सेवा किए हैं उनकी ही भर्ती राजनीति की भेंट चढ़ गई है एनएचएम के द्वारा आदेशित किया गया था कि 98 कर्मचारियों को 2 जुलाई से आगे के लिए बढ़ाया जाए तथा कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए यथासंभव प्रयास किया जाए लेकिन आज 5 दिन बीतने के बावजूद भी कोरोना योद्धाओं की लिस्ट जारी नहीं की गई है जहां कर्मचारी काफी परेशान नजर आ रहे हैं उल्लेखनीय है कि कुछ एनम राज्यसभा के सांसद अजय प्रताप सिंह से फर्जी शिकायत की गई है कि कोरोना कर्मचारियों की लिस्ट में हेरफेर की गई है जबकि सच्चाई यह है कि उनकी लिस्ट अभी जारी ही नहीं हुई थी राज्यसभा सांसद से शिकायत करता एनम ने बातचीत में बताया कि मैं टीवी उन्मूलन में भर्ती कर्मचारियों की शिकायत की थी लेकिन गलती से कोविड कर्मचारियों की शिकायत कर डाली नतीजा यह रहा कि कोरोना योद्धाओं की रिनुअल लिस्ट अधर में लटकी हुई है जहां कोविड-19 कर्मचारी दर-दर भटक रहे हैं जहां कोई भी सुनने वाला नहीं है वही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बीएल मिश्रा ने बातचीत में बताया कि मेरी तरफ से अपर कलेक्टर को लिस्ट भेजी जा चुकी है अभी वहां से क्लियर नहीं हुई है तो अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली ने बातचीत में बोले जी लिस्ट क्यों अटकी हुई है मैं अभी दिखाता हूं मामला चाहे जो भी हो लेकिन अधिकारियों की गलती से कर्मचारी आज दर-दर भटकने के लिए मजबूर है खबर लिखे जाने तक कलेक्टर से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की गई है लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है।

HNS24 NEWS

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