छत्तीसगढ़ : रायपुर टिकरापारा स्थित चितवन वृद्धाश्रम मे मां सरस्वती माता जी का पुजा अर्चना कर बसंत पंचमी सेलीब्रेट किया गया,जिसमें समाजसेवी युवाओं द्वारा बुजुर्गों को सेवंती फुल दे कर सभी बुजुर्गों को बधाई देते हुए आशिर्वाद लिया,
वरिष्ठ बुजुर्गों द्वारा बसंत पंचमी की विस्तृत जानकारी देते हुए अनेक प्रचलित मान्यताओं के बारे में बताते हुए कहा कि आज से होलिका दहन के लिए होली की लकड़ी एकत्रित करना शुरू होता हैं,पीले रंग का विशेष महत्व है,86 वर्षीय प्राण जीवन शाह जी ने कहा कि ऋतु अनुरूप आज से प्रेम महोत्सव (प्रेम मास) की शुरुआत होती हैं और आज से रंग खेलने की शुरुआत पहले जमाने में हो जाती थी,ऐसे बचपन के दिनों को याद किए, साथ ही धनपति अग्रवाल जी ने कहा बंसत पंचमी मे पीले रंग का विशेष महत्व रहता है और आज के दिन पीले रंग का वस्त्र पहनना,पीले भोजन कर बसंत ऋतु का स्वागत गीत गाना होता हैं
आश्रम मैनेजर प्रशांत पान्डेय ने जानकारी देते हुए कहा कि आश्रम में ऐसे आयोजन हर त्यौहार पर सभी बुजुर्गों के लिए परमपरा अनुरूप किया जाता हैं ।