November 22, 2024
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रायपुर। 11 अप्रेल 2021। मोदी सरकार की टीकाकरण नीति पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मांग की है कि 45 वर्ष से कम आयु के लोगों को वैक्सीन से वंचित किया जाना अब बंद होना चाहिये। बदली हुई परिस्थितियों में जब आधे से अधिक मरीज 45 वर्ष से कम आयु के हैं ऐसे समय नौजवानों को वैक्सीनेशन के सुरक्षा चक्र से वंचित करना एक बड़ी रणनीतिक भूल है। करोना को हराना है तो सबको वैक्सीनेशन के सुरक्षा चक्र के दायरे में लेना होगा। भारत की 65% आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है और 50% से अधिक लोग 25 वर्ष से कम आयु के हैं। मोदी सरकार ने तो अभी टीकाकरण की आयु सीमा 45 वर्ष की तय की है। देश की 65% आबादी को करोना के खिलाफ टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से वंचित करना बहुत बड़ा अन्याय है जिसके लिए मोदी सरकार को कभी माफ नहीं किया जा सकता।

प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बाकी परिस्थितियां समान होने के बावजूद अनेक वैक्सीनों को भारत में लगाने की अनुमति नहीं देकर केंद्र सरकार एक और बड़ी गलती कर रही है । जेनसन, फाइजर और स्पूतनिक 5 को समान डाटा उपलब्ध होने के बावजूद भारत में उपयोग करने की अनुमति नहीं देना गलत है। खासकर यह देखते हुए कि वैक्सीन की इम्युनिटी कम समय की होती है और दो डोज वाली वैक्सीन के लगने के बीच के समयअंतराल और इम्यूनिटी विकसित होने में लगने वाला समय इस बात की मांग करता है कि व्यापक टीकाकरण तेजी से होना चाहिए। भारत की टीका उत्पादन की भरपूर क्षमता के बावजूद केंद्र सरकार करोना पेंडेमिक के कुप्रबंधन और देश हित में सही फैसले न ले पाने की समस्या का शिकार है।

कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मोदी सरकार ने साबित कर दिया है कि वह सिर्फ नारेबाजी जुमलेबाजी और भावनाएं भड़काने का खेल करना भर उसके बस की बात है। विपरीत परिस्थितियों में समस्याओं से जूझना मोदी सरकार के बस की बात नहीं है। करोना महामारी के समय चाहे विदेश से आने वालों को रोकने और जांच कराने का सवाल हो या फिर लॉकडाउन में मजदूरों को हुई परेशानी हो या फिर करोना महामारी की फर्स्ट वेव के बाद सेकंड वेव के लिए पर्याप्त तैयारी ना करना हो, पीएम केयर्स फंड का दुरुपयोग का मामला हो मोदी सरकार ने देश को पूरी तरह से निराश ही किया है।

HNS24 NEWS

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