November 22, 2024
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सीधी : अरुण गुप्ता : जिले में बहुत ही दर्दनाक हादसा सामने आया है जहां बीते 17 नवंबर को दही खाने से एक किशोर की मौत हो गई है तो वही सात का उपचार जिला चिकित्सालय में जारी है जहां जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। वही पूरे मामले पर जिला प्रशासन जांच में जुट गया है तथा सर्वप्रथम उपचार करने वाला झोलाछाप डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।

यह है पूरा मामला
सिहावल क्षेत्र अंतर्गत लदबद गांव में पटेल परिवार का दही खाना जानलेवा साबित हुआ है जानकारी के अनुसार राम प्रसाद पटेल पिता जगन्नाथ पटेल उम्र 65 वर्ष के द्वारा मोहनिया गांव में रहने वाले साडू भाई के यहां से दही लाई गई थी बताया गया कि बीते सोमवार को दिन में 2:00 बजे के लगभग चावल दाल के साथ दही को पूरा परिवार खाया था जहां खाने के कुछ देर बाद परिवार की हालत बिगड़ने लगी और उल्टी दस्त शुरू हो गई जहां परिजनों ने जिले भर में फैले झोलाछाप डॉक्टर बनारसी के यहां उपचार करवाए है उपचार के दौरान 10 वर्षीय बालक पुष्पेंद्र पटेल पिता राम प्रताप पटेल की मौत हो गई है वही अजय पटेल उर्फ छोटू पिता राम प्रसाद पटेल उम्र 16 वर्ष, अनीता पटेल पति राम प्रसाद पटेल उम्र 30 वर्ष ,सुरेंद्र पटेल उम्र 29 वर्ष ,सुषमा पटेल पति बबलू पटेल उम्र 27 वर्ष, शिवम पटेल पिता सुरेंद्र पटेल, रामप्रसाद पटेल पिता जगन्नाथ पटेल तथा पप्पू पटेल पिता राम प्रसाद पटेल का जिला चिकित्सालय में उपचार जारी है।

कलेक्टर एसपी मौके पर
मामले की जानकारी लगते ही जिले के आला अधिकारी कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दिए है तथा जिला प्रशासन के आदेश अनुसार डॉक्टरों की टीम जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की उपचार हेतु तैनात की गई है।
वही जानकारी के अनुसार बताया गया कि पटेल परिवार को खाना खाने के बाद उल्टी दस्त शुरू हो गया था जहां पहले झाड़-फूंक करवाने ले गए थे बताया गया कि झाड़-फूंक के चक्कर में उपचार के लिए देर हो गई थी, वही बचा हुआ कसर झोलाछाप डॉक्टर ने गलत इलाज करके पूरा कर दिया जिसके कारण एक मासूम की जिंदगी मौत में बदल गई है।

झोलाछाप डॉक्टर हिरासत में
मामला उजागर होते ही कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान पंकज कुमावत खुद ही जांच में जुट गए हैं जहां प्रथम दृष्टया परिजनों के आरोप के अनुसार अमिलिया बाजार में संचालित झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक को सील करते हुए डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी रही।

लापता है खाद्य विभाग
परिजनों की मानें तो दही खाने के बाद लड्डू भी खाया गया था जिसके कारण या घटना घटित हुई पर जिले की खाद्य विभाग लापता नजर आ रही है त्यौहार के मद्देनजर दुकानदारों के द्वारा स्टॉक बनाकर मिठाइयां रखी गई है, जहां पुरानी मिठाई होने के कारण फफूद पड़ जाते हैं जिसकी कीमत आम जनता को जान देकर चुकानी पड़ती है सवाल यह उठता है कि जिले की खाद्य विभाग की टीम आखिर कहां है।

कलेक्टर एसपी ने किया अपील
कलेक्टर रवींद्र चौधरी तथा पुलिस कप्तान पंकज कुमावत ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि कभी भी ऐसी कोई भी घटना घटित होने पर तत्काल उपचार हेतु नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या जिला चिकित्सालय में मरीजो को लेकर आए अधिकतम देखा जा रहा है कि घटना घटित के बाद ग्रामीण अंचल के लोग झाड़-फूंक करवाने में लग जाते हैं जहां उपचार में देरी हो जाती है उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अंधविश्वास के चक्कर में ना फंसे और उपचार के लिए सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लें अथवा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जिला चिकित्सालय में उपचार करवाएं। जिले के दोनों बड़े अधिकारियों ने चिंता जताते हुए कहा कि ग्रामीण अंचलों में अधिकतम अंधविश्वास हावी है जहां सही समय पर मरीजों को स्वास्थ्य व्यवस्था से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने सर्वप्रथम उपचार करवाने हेतु आम जनता से अपील किया है जहां अंधविश्वास के चक्कर में मौत होने से आम जनता का बचाव हो सके।

HNS24 NEWS

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