मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया, कोरोना को रोकने की इच्छाशक्ति से शून्य प्रदेश सरकार से कोई अपेक्षा रखना बेमानी है : सोनी
HNS24 NEWS July 30, 2020 0 COMMENTSरायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व संसद सदस्य सुनील सोनी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के किए गए दावों को एक बार फिर जुबानी जमाखर्च बताते हुए कहा है कि यदि प्रदेश सरकार ज़मीनी तौर पर कोरोना की रोकथाम के लिए संज़ीदा होती तो प्रदेश के हालात इतने भयावह नहीं होते। सोनी ने कहा कि कोरोना को मोर्चे पर नाकारा साबित हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब अपनी विफलता का ठीकरा लोगों के सिर फोड़ने पर आमादा हैं। प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के लिए अनलॉक के दौरान सावधानी और बचाव के उपाय नहीं अपनाने की बात कहकर प्रदेश सरकार अपने ग़ैर-ज़िम्मेदाराना रवैए का कलंक नहीं धो पाएगी। ने कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना आचरण पर सवाल खड़ा कर पूछा कि सैंपल देकर क़ायदा-क़ानून ताक पर रख घूम रहे कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों से जो संक्रमण का ख़तरा ज़्यादा बढ़ रहा है, मुख्यमंत्री इस पर संज्ञान कब लेंगे?
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सोनी ने इस बात पर हैरत जताई है कि एक ओर मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए प्रदेश की जनता को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है, वहीं कांग्रेस के नेता-जनप्रतिनिधि ही कोरोना की रोकथाम के लिए जारी गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन कर संक्रमण फैलाते नज़र आ रहे हैं। गुरुवार को राजधानी के मोवा वार्ड के कांग्रेस पार्षद के कोरोना पॉज़ीटिव आने के बाद पता चला है कि उक्त पार्षद अपना सैंपल जाँच के लिए देने के बाद राजधानी में मज़े से नेताओं के साथ मिलता रहा और फोटो खिंचवाता रहा। सोनी ने कहा कि रिपोर्ट पॉज़ीटिव आने के ठीक एक दिन पहले बुधवार को उक्त पार्षद ने महापौर, आधा दर्ज़न पार्षदों व विदायक से भेचत भी की और एक ज़गह एकत्रित इन सबने फोटो भी खिंचवाई। इस दौरान अधिकांश लोगों ने मास्क तक नहीं पहना था, सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाना तो कांग्रेस के लोगों का शगल बन चुका है। सैंपल देने के बाद क़ायदे से उक्त पार्षद को रिपोर्ट आने तक अपने घर में ही रहना था, पर उक्त पार्षद ने इसका उल्लंघन किया। श्री सोनी ने ऐतराज़ जताया कि यदि इस मामले में कोई सामान्य आदमी ऐसा करता तो उसके ख़िलाफ़ पूरा प्रशासन क़ानून का डंडा लेकर पिल पड़ता।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सोनी ने कहा कि गुरुवार को प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने सिलसिलेवार झूठे दावे करके प्रदेश सरकार के काम को बेहतर साबित करने का जो राजनीतिक मिथ्याचार प्रदर्शित किया है, प्रदेश की जनता उसके ज़मीनी सच से अच्छी तरह वाक़िफ़ है और अब वह प्रदेश सरकार के बहकावे में नहीं आने वाली है। सोनी ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के फैलाव के चलते प्रदेश सरकार पूरी तरह से घबरा चुकी है और वह अब यह तय नहीं कर पा रही है कि कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाएँ? मुख्यमंत्री के कोरोना सैंपल की जाँच को लेकर किए गए दावे पर कटाक्ष करते हुए सोनी ने कहा कि ज़मीनी सच यह है कि प्रदेश में अब संदेही लोगों की जांच के लिये सैंपल भी नहीं लिए जा रहे हैं जिसके चलते परिस्थितियां और चिंताजनक बनती जा रही हैं।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सोनी ने कहा कि टेस्टिंग लैब की कमी के चलते जांच नहीं होने से अनिश्चितता का वातावरण बना हुआ है, साथ ही जांच का काम भी धीमी गति से हो रहा है। समय पर जांच नही होने से संक्रमण के फैलाव का खतरा और बढ़ सकता है, जिसे दूर करने में प्रदेश सरकार पूरी तरह से नाकाम है। संक्रमित मरीजों के लिये एम्बुलेंस की पर्याप्त सुविधा भी नहीं है। समय पर जांच नहीं हो पाने के कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पा रहा है। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण को फैलने सो कैसे रोका जा सकेगा? सोनी ने कहा कि प्रदेश के कोविड अस्पतालों की बदइंतज़ामी और बदहाली का आलम यह है कि वहाँ भर्ती करने लाए गए मरीज़ों को डेढ़ से दो घंटे तक कोविड सेंटर के बाहर इंतज़ार कराया जा रहा है। वहाँ भर्ती मरीज़ अपनी व्यथा वीडियो क्लिप के जरिए प्रदेश में विभिन्न मंचों पर साझा करने के लिए विवश हो रहे हैं और प्रदेश सरकार उन मरीज़ों की आवाज़ दबाने पर उतारू हो गई है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सोनी ने कहा कि पूरे माह काम करने के बाद भी सफाई कर्मियों का दो दिन का वेतन तक काटने वाली इस प्रदेश सरकार के मुखिया ने आज कोरोना वॉरियर्स की तारीफ़ करके अपने दोहरे राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है। सार्वजनिक कार्यक्रमों में ख़ुद मास्क नहीं पहनकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर मुख्यमंत्री बघेल और उनकी सरकार व कांग्रेस के नेता आख़िर किस मुँह से प्रदेश की जनता को इसके लिए प्रेरित कर पाएंगे? सोनी ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश की जनता को को ज़िम्मेदार बनने की सलाह देकर मुख्यमंत्री ने यह साफ कर दिया है कि कोरोना को रोकने की इच्छाशक्ति से शून्य इस प्रदेश सरकार से कोई अपेक्षा रखना बेमानी है और इसीलिए कोरोना के बढ़ते संक्रमण के लिए मुख्यमंत्री ने अनलॉक के दौरान लोगों की असावधानी व बचाव के उपायों के प्रति उदासीनता को ज़िम्मेदार बता दिया है।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद श्री सोनी ने कहा कि लॉकडाउन की अवधि में भी शराब बेचने को आतुर दिखती रही प्रदेश सरकार ने अनलॉक होते ही जिस तरह शराब की नदी बहाने का काम किया, कोरोना के संक्रमण ने वहीं से अपना पैर पसारना शुरू कर दिया था। इसी तरह प्रवासी मज़दूरों की जाँच के काम में भी प्रदेस सरकार ने जो ढिलाई बरती, कोरोना का संक्रमण उसके कारण गाँव-गाँव तक पहुँचा। अब प्रदेश की जनता पर संक्रमण बढ़ने का ठीकरा फोड़कर प्रदेश सरकार अपने नाकारेपन पर पर्दा नहीं डाल सकती। सोनी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश में सरकारी व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हैं। प्रदेश सरकार की इन अव्यवस्थाओं के ख़िलाफ़ बोलने पर प्रदेश सरकार और प्रशासन मिलकर आवाज़ बदाने पर उतारू हो जाते हैं। राजधानी के इनडोर स्टेडियम में बने अस्थायी कोविड सेंटर से मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट करके सरकार ने यही शर्मनाक कृत्य किया है।
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