अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम सत्य का सामना करेगी कांग्रेस : भाजपा
HNS24 NEWS December 8, 2018 0 COMMENTSछत्तीसगढ़ : रायपुर राजधानी में भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि कांग्रेस अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम सत्य का सामना 11 दिसंबर को करेगी और जनादेश के प्रबल प्रवाह में तिनके की मानिंद बह जाएगी। पार्टी ने कांग्रेस नेताओं को महज अनुमानों की सपनीली दुनिया से बाहर निकलने और भाषा में मर्यादा और संयम बरतने की भी नसीहत दी है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रय संतोष पाण्डेय, डॉ. सुभाऊराम कश्यप और गिरधर गुप्ता ने शनिवार को यहां कहा कि एक्जिट पोल के आंकड़ों का संकलन अलग-अलग समय व स्थानों पर किया जाता है और वे एक अनुमान भर होते हैं। प्रामाणिकता तो किसी राजनीतिक दल की सरकार के विकास कार्यों, लोककल्याणकारी योजनाओं, संगठन-शक्ति और कार्यकर्ताओं के पुरुषार्थ-समर्पण से आती है और भाजपा इस कसौटी पर सौ फीसदी खरी उतरी है। इसलिए इस राय में कोई संदेह नहीं है कि जनादेश से जुड़ा जन-विश्वास एक बार फिर भाजपा के साथ जुड़ा है । भाजपा इसी जनादेश पर चौथी बार फिर सरकार बनाने जा रही है। पाण्डेय, कश्यप व गुप्ता ने कहा कि यूं तो कांग्रेस के नेता मतदान के बाद से ही कुतर्कोंं का जाल बुन रहे हैं और अपने झूठ के प्रपंच से छत्तीसगढ़ को गुमराह कर रहे हैं। ईवीएम को लेकर लगातार बेसुरा राग आलापकर कांग्रेस नेताओं ने यह मान लिया है कि कांग्रेस यह चुनाव यकीनन हार रही है और हार का ठीकरा फोड़ने के लिए ईवीएम मशीनों को चुन लिया है। भाजपा प्रदेश महामंत्रियों ने कहा कि एक्जिट पोल के महज अनुमानित आंकड़ों पर इठलाते कांग्रेस नेता जिस तरह की भाषा बोल रहे है, उससे साफ है कि कांग्रेस अपनी तयशुदा हार से बौखला गई है और नितांत अलोकतांत्रिक आचरण पर उतर गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से लेकर तमाम कांग्रेस नेता अब अपनी भाषा पर नियंत्रण खो चुके हैं। जो लोग सेक्स सीडी कांड, स्टिंग ऑपरेशन, धारा 144 का उल्लंघन जैसे मामलों के आरोपों से जूझ रहे हैं, वे और उनकी छत्रछाया में काम कर रहे लोग तेजी से अलोकतांत्रिक और गुंडागर्दी की परिचायक भाषा बोलकर जनादेश का शर्मनाक ढंग से अपमान कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता उन्हें लोकतंत्र का अच्छा सबक पढ़ाएगी। भाजपा पदाधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया कांग्रेस को 11 दिसंबर के आखिरी सच से सामना भारी पड़ेगा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस मुक्त प्रदेश बनेगा।