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रायपुर : दिनांक 21 नवंबर 2019 ।राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत बाल दिवस के उपलक्ष्य में 14-20 नवम्बर तक ‘बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह’ का आयोजन किया गया जिसमें शाला में पंजीकृत 06 से 15 वर्ष तक के छात्रों का नेत्र परीक्षण किया गया।
ज़िले के 270 स्कूलों के 46,380 बच्चों का निशुल्क नेत्र परीक्षण किया गया और दृष्टिदोष पाये गये 569 छात्रों को निःशुल्क चश्मा वितरित किया गया।
ज़िला अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉनिधि अत्रीवाल ने बताया बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ नेत्र सहायक अधिकारी एवं चिरायु दल द्वारा ज़िले के 270 स्कूलों के 46380 बच्चों का निशुल्क नेत्र परीक्षण किया गया और दृष्टिदोष से ग्रसित पाये गये बच्चों में निःशुल्क चश्मा वितरित किया गया। बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह में नेत्र परीक्षण कार्यक्रम, नेत्र सुरक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा पर परिचर्चा, वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रत्येक शाला में नेत्र परीक्षण का समय एवं तिथि निर्धारण किया था एवं शालावार नेत्र सहायक अधिकारियों के लियें कार्य का निर्धारण किया गया था ।
शहरी क्षेत्रों में चिरायु (आरबीएसके) टीम के द्वारा 92 स्कूलों के 15745 बच्चों का निशुल्क नेत्र परीक्षण किया गया । दृष्टिदोष पाये गये 9 छात्रों को नेत्र परीक्षण के उपरांत निःशुल्क चश्मे वितरित किये गए।
डॉ अत्रीवाल ने बताया इस कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया आंखों को किस प्रकार स्वस्थ रख सकते हैं और आंखों को स्वस्थ रखने के लिए छोटे-छोटे टिप्स दिए गए जिन्हें विद्यार्थियों को नियमित जीवन में अपनाने को कहा गया । दिन में कम से कम 3 बार आंखों को साफ करना और आंख में समस्या आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने को कहा गया ।
बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह के तहत शासकीय उच्च.माध्य.विद्यालय के कक्षा 9 के विद्यार्थी गोपाल बताते हैं पहले उन्हें ब्लैक बोर्ड पर लिखी लिखावट साफ नज़र नहीं आती थी लेकिन चश्मा मिलने के बाद अब बेहतर दिखने लगा ।
राष्ट्रीय स्तर पर देश में राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम 1976 से प्रारंभ किया गया था । प्रदेश में यह कार्यक्रम 1978 से प्रारंभ हुआ था जिसका मूल उद्देश्य दृष्टिहीनता को घटाकर वर्ष 2020 तक 0.3% करना है ।इस कार्यक्रम अंतर्गत निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन, शालेय छात्रों को निशुल्क चश्मा ओर अन्य नेत्र रोगों का उपचार किया जाना है।
नेत्र बैंक
राज्य में 5 नेत्र बैंक है । नेत्रदान को बढ़ावा देने के लियें मेडिकल कॉलेज रायपुर एवं बिलासपुर में आई डोनेशन काउंसलर नियुक्ति है ।
स्पेशल स्क्रीनिंग
सोमवार को ग्लूकोमा क्लीनिक,
गुरुवार को रेटिना क्लीनिक,
शनिवार को पीडियाट्रिक ऑफथाल्मोजी क्लीनिक का आयोजन जिला अस्पताल में किया जाता है ।
राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण एवं दृष्टि क्षीणता कार्यक्रम केंद्रीय योजना है जिसके अनुसार 2001-02 में देश में अंधत्व की दर 1.1% थी। रैपिड सर्वे आनअवाय्डेबल ब्लाइंडनेस के अनुसार 2006-07 में यह दर1% तक आई थी। यह सर्वे केंद्रीय सरकार ने राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण एवं दृष्टि क्षीणता कार्यक्रम के अंतर्गत करवाई थी। इस कार्यक्रम के तहत जो भी गतिविधियाँ होती हैं उनका मकसद केवल देश में अंधत्व की दर को 2020 तक 0.03% तक लाना है। इसमें लोगों को नेत्र चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं प्रदान करना, दृष्टि क्षीणता को शुरू में ही पहचान कर उसका उपचार करना और लोगों में नेत्र स्वास्थ के प्रति जागरूकता लाना और प्राइवेट सेक्टर और गैर सरकारी संस्थाओं को इस कार्यक्रम से जोड़ना है।

HNS24 NEWS

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