आदिवासी महाकवि कालिदास पण्डो का जन्म महोत्सव वर्ष 2018 हर्षोल्लास एवं आदिवासी विधि-विधान से मना गया
HNS24 NEWS November 27, 2018 0 COMMENTSछत्तीसगढ़ : सक्ती आदिवासी महाकवि कालिदास पण्डो की जयंती 15 नवंबर को हर्षोल्लास एवं आदिवासी विधि-विधान के अनुसार उनकी जन्म स्थली मृगाडांड़ में मनाया गया। मृगाडांड़ सरगुजा जिले के उदयपुर तहसील मुख्यालय से 1 किलोमीटर की दूरी पर पण्डो आदिवासी बहुल गांव है। जन्म महोत्सव 14, 15 एवं 16 नंवबर को तीन दिवसीय मनाया गया। दिनांक 14 नंवबर को फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ सर्व आदिवासी समाज के सरगुजा संभाग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के कर कमलो से किया गया। फुटबाल प्रतियोगिता में मृगाडांड़ की टीम विजेता बनी जिसे अध्यक्ष भानूप्रताप सिंह के कर कमलो से 1500 रू. पुरस्कार टीम अध्यक्ष श्याम लाल पण्डो को प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता में बासेन, बेल ढाब, मृगाडांड़, पडरीपानी आदि आदिवासी गांव के प्रतियोगी शामिल हुए थे। प्रतियोगिता मैच सुबह 12 बजे से शाम 5 बजे तक चला। 15 नवंबर को कालिदास की प्रतिमा पर फुल माला अर्पित कर आदिवासी विधि-विधान से पूजा कर कालिदास प्रसाद (बकरा मटन और महुआ दारू) का वितरण कर जन्म उत्सव का शुभारंभ किया गया। सबेरे 11 बजे दिन से दूसरे दिन सुबह 6 बजे तक जन्मोत्सव मना गया। इस दौरान कर्मा नृत्य और सुआ नृत्य का प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिससे लोगो में उत्साह बढ गया। कर्मा नृत्य में डूमरडीह का कर्मादल और सुआ नृत्य में मृगाडांड़ का दल विजयी घोषित हुआ। कर्मादल के विजेता को 1000 रू का पुरस्कार और सुआ नृत्य के विजेता को 500 रू. का पुरस्कार अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के कर कमलो से प्रदान किया गया। सुआ नृत्य के अध्यक्ष मानकुवंर पाण्डो थी इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री सिद्धार्थ सिंह देव थे। विशेष अतिथि के रूप मे बस्तर सांसद माननीय श्री दिनेश कश्यप एवं श्री राधेश्याम सिंह ठाकुर उदयपुर भाजपा मंडल के अध्यक्ष थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सिद्धार्थ सिंह देव ने अपने उद्वबोधन में बताया कि अगले वर्ष से आदिवासी महाकवि कालिदास पण्डो की जयंती और विस्तार ढंग से मनाया जायेगा। विशिष्ट अतिथि बस्तर सांसद माननीय श्री दिनेश कश्यप ने अपने उद्वबोधन में बताया कि हम आदिवासी समाज को इस बात की जानकारी नही थी कि महाकवि कालिदास हमारे आदिवासी समाज के है। डॉ. राम विजय शर्मा तहसीलदार छत्तीसगढ़ ने शोधकर पूरे आदिवासी समाज को बताया कि महाकवि कालिदास पण्डो आदिवासी समाज के थे तथा सरगुजा जिले के उदयपुर तहसील के मृगाडांड के निवासी थे। उनका जन्म 15 नंवबर 350 ई. और निधन 15 मार्च 450 ई को हुआ था। उनके पिता का नाम शिवदास पण्डो तथा माता का नाम तारा देवी था। इस शोध के लिए भारत का पूरा आदिवासी समाज डॉ. राम विजय शर्मा का सदैव ऋणी रहेगा। विशिष्ट अतिथि उदयपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष राधेश्याम सिंह ठाकुर ने जन्मोंत्सव में आये सभी आदिवासी समाज को उत्साह एवं आदिवासी परंपरा के अनुसार प्रत्येक वर्ष शामिल होने के लिए आहवान किया। इस अवसर पर भारत पण्डो आदिवासी समाज के राष्ट्रीय सचिव शिवचरण पण्डो ने सभी अतिथियों एवं सर्व आदिवासी समाज के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होने शासन से 15 नंवबर को कालिदास जयंती के अवसर पर शासकीय अवकाश घोषित करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन को मांगपत्र भेजने के लिए सर्व आदिवासी समाज से निवेदन किया।
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