08.00 लाख का ईनाम, सुकमा, बीजापुर और उड़ीसा सहित 9बड़े घटनाओ मे शामिल रहने वाला माओवादी ने कियाआत्मसमर्पण
HNS24 NEWS September 18, 2019 0 COMMENTSबीजापुर : दिनांक 18/09/2019, पीएलजीए. बटा. न. 01 के कंपनी नम्बर 02 का प्लाटून कमाण्डर ने किया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। धारित पद पर है 08.00 लाख का ईनाम, सुकमा, बीजापुर और उड़ीसा सहित 9बड़े घटनाओ मे रहा शामिल।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज विवेकानंद सिन्हा के कुशल मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक बीजापुर दिव्यांग पटेल, उप महानिरीक्षक केरिपु (ऑप्स) बीजापुर कोमल सिंह, कमाण्डेट 204 कोबरा प्रेमसिंह के निर्देशानुसार जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत पीएलजी बटालियन नम्बर 01 के कंपनी नम्बर 01 का प्लाटून कमाण्डर सुधीर कोरसा उर्फ प्रकाश नक्सली जीवन शैली से त्रस्त होकर व नक्सलियों के खोखली विचारधारा से क्षुब्ध होकर तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज के मुख्य धारा में जुड़ने के उद्देश्य से नक्सलवाद छोडने का फैसला कर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया । उक्त माओवादी के समर्पण में 204 कोबरा निरी़क्षक सोमदेव आर्य का विशेष योगदान रहा। आत्मसमर्पित माओवादी की जानकारी निम्नानुसार है –
सुधीर कोरसा उर्फ प्रकाष पिता स्व0 लच्छु,जाति मुरिया, उम्र 31वर्ष,साकिन – पटेलपारा मनकेली , जिला-बीजापुर (छ0ग0)
संगठन में अंतिम पद :- पीएलजीए बटालियन नं0 01,के कंपनी नं0 2 का
प्लाटून कमांडर।
संगठन में भर्ती :- वर्ष 2005 में डीव्हीसी हरिराम के द्वारा भर्ती कराया गया।
हथियार :- ए0के0-47
छ0ग0 शासन द्वारा पद पर घोषित ईनाम :- 08 लाख रूपये।
घटना में शामिल :-
01. वर्ष 2006 में मुरकीनार की घटना में शामिल।
02. वर्ष 2007 में रानीबोदली घटना में शामिल ।
03. वर्ष 2008 में उड़ीसा नयागढ की घटना तथा पुलिस लाईन अटैक में शामिल।
04. वर्ष 2008 में बंडा (सुकमा) की घटना में शामिल।
05. वर्ष 2009 में कोरापुट(दमनजोडी) उड़ीसा में बारूद मैग्जीन लुटने की घटना में शामिल।
06. वर्ष 2009 में तिमिलवाड़ा में रोड ओपनिंग पार्टी पर हमला में शामिल।
07. वर्ष 2010 में ताड़मेटला(सुकमा) की घटना में शामिल।
08. वर्ष 2013 से लगातार नक्सली स्कूल अधीक्षक(MOPOS) के अन्तर्गत कार्य किया ।
08. वर्ष 2017 में बुरकापाल(सुकमा) घटना में घटनास्थल की रेकी व कार्ययोजना में शामिल।
उपरोक्त माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण करने पर उन्हें उत्साहवर्धन हेतु शासन द्वारा देय प्रोत्साहन राशि 10,000 हजार रूपये (दस हजार रूपये) नगद प्रदाय किया गया। इसे शासन के पुनर्वास नीति के तहत् और अन्य सुविधा का लाभ दिया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस के अधिकारी/कर्मचारी एवं मीडिया उपस्थित रहे।